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Thursday, June 8, 2017

Ashadha Maas Vikrami Samvat 2074

Dear Readers 

I am going to talk a bit about the Hindi Ashadha month in this post.

Asshadha is the fourth month of Hindi Calendar which corresponds to June-July months of Gregorian calendar. During this month Sun is in Gemini sign.
This year Ashadha months starts from 10th June and ends on 9th July.


Main Festivals and Fasts During Ashadha Maas This Year:

 Festival/Fast Name
 Date
 Yogini Ekadashi
 20 June
 Gupt Navratras
 Starts 24 June   Ends 2 July
Jagannath Rathyatra
 25 June
 Harishayani Ekadashi
 4 July
 Chaturmas
 Starts 4 July   Ends 31 October
 Guru Purnima (Vyas Pooja)
On this day first of all Lord Vishnu and Shivji should be worshipped and then Brahaspati, Rishi Vedvyas and one's own Guru should be worshiped. One should also respect his Guru by gifting clothes, grains, flowers and other things as per one's capacity. 
 9 July
 
 
What Should be Done During Ashadha Maas to Get Good Results:

Ashadha maas is particularly devoted lord Vishnu. One should remain pious during month and recite Vishnu Sahasranaam and Harihar Stotra daily preferably in the morning. A pious brahmin should be fed on Purnima, Amvasya, Ekadashi and Sankranti. 
One should donate mango, Musk Mellon, other seasonal fruits, fan, umbrella, clothes and grains etc. should be donated in this month to needy people. 
During Chaturmaas one should remain pious and worship lord Vishnu. Chaturmaas is considered inauspicious for auspicious occasions like marriage in some areas of Madhya Pradesh and Uttar Pradesh. But it is considered auspicious for marriage in Delhi, Punjab, Haryana and Jammu Kashmir.

प्रिय पाठकों 

इस पोस्ट में मैं जल्द आने वाले आषाढ़ मास के बारे में कुछ लिखूंगा।

आषाढ़ मास हिंदू कैलेंडर का चौथा मास होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के जून-जुलाई महीनों में आषाढ़ मास पड़ता है। इस मास में सूर्य मिथुन राशि में होता है। 
इस साल आषाढ़ मास 10 जून से शुरू होगा और 9 जुलाई को समाप्त होगा। 

आषाढ़ मास के प्रमुख व्रत व त्यौहार :

 त्यौहार/व्रत का नाम
 तारीख
 योगिनी एकादशी
 20 जून 
 गुप्त नवरात्रे
 शुरू  24 जून    समाप्त 2 जुलाई 
जगन्नाथ रथयात्रा
 25 जून
 हरिशयनी एकादशी
 4 July
 चातुर्मास
 शुरू  4 जुलाई    समाप्त  31 अक्तूबर
 गुरु पूर्णिमा (व्यास पूजा)
इस दिन सबसे पहले भगवान् विष्णु और भगवान् शिव की पूजा करके फिर देवगुरु बृहस्पति, ऋषि वेदव्यास और अपने गुरु की पूजा करनी चाहिए। अपने गुरु को अपनी सामर्थ्य अनुसार वस्त्र,अनाज,फूल और दक्षिणा इत्यादि देकर उनका आदर करना चाहिए।  
 9 जुलाई
 

आषाढ़ मास में सुख समृद्धि पाने के लिए क्या करना चाहिए :

आषाढ़ मास में शुद्ध रहकर भगवान् विष्णु की पूजा करनी चाहिए और विष्णु सहस्रनाम और हरिहर स्तोत्र का नित्य पाठ करना चाहिए। एक नेक ब्राह्मण को पूर्णिमा, अमावस्या, संक्रांति और एकादशी पर भोजन करवाना चाहिए। मौसमी फल जैसे आम, खरबूजा इत्यादि, पंखा, छाता, वस्त्र, अनाज इत्यादि का दान ज़रूरतमंद लोगों को करना चाहिए। 

चातुर्मास के दौरान पवित्र रहकर भगवान् विष्णु की पूजा करनी चाहिए। चातुर्मास मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश इत्यादि में विवाहादि शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। लेकिन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर आदि में चातुर्मास को विवाहादि कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।


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Gaurav Malhotra

About the Author:

Gaurav Malhotra is a B Tech in Computer Engineering from National Institute of Technology (NIT, Kurukshetra) and a passionate follower of Astrology. He has widely traveled across the world and helped people with his skills. You can contact him on his email jyotishremedy@gmail.com. You can also read more about him on his page.
      

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