When this yoga is formed: When Moon joins Saturn and Rahu in a house especially Lagna.
Another situation in which this yoga is formed is when Moon and Rahu are together in Lagna and there are malefic planets in 5th and 9th house.Android users who are watching this post through my app (Astro Junction App) on their smartphones, should click on the title of the post above to see the complete post.)
Results of this Yoga: The person suffers from spirit attacks. Moon and Rahu makes the brain the person unstable and when Saturn joins or aspects this combination it makes the brain even more unstable and native may behave unusually. Astrology calls it the wrath of a Pishacha. Pishachas are the spirits of the people who die an untimely death with some unfulfilled desire in their mind and do not get their next body so they keep searching for a medium through which they can achieve their unfulfilled desires. I am giving few combinations below which indicate Pishacha Grasta Yoga. There are many other combinations as well but it is not possible to give them all here.
यह योग कब बनता है ?: जब चन्द्रमा शनि और राहु के साथ एक घर में बैठता है । यह योग और मज़बूत हो जाता है जब ये तीनो लग्न में बैठते हैं ।
एक और स्थिति में भी यह योग बनता है । जब चन्द्र और राहु लग्न में हों और पांचवे और नौंवे घर में पाप ग्रह हो ।
इस योग से क्या होता है ?: जिस जातक की कुंडली में ऐसा होता है वह पिशाच से ग्रस्त रहता है । जब चन्द्र और राहू इकठे किसी घर में बैठते हैं तो वह जातक के दिमाग में उथल पुथल मचाकर रखते हैं और अगर इन दोनों पर शनि की पाप दृष्टि हो तो यह उथल पुथल बढ़ जाती है और जातक अजीब हरकतें कर सकता है जिसे ज्योतिष पिशाच ग्रस्त योग का नाम देती है । पिशाच ऐसे इंसान कि आत्मा को कहते हैं जो अपने मन में कोई इच्छा लिए हुए अकाल मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं और उन्हें अगला शरीर नहीं मिलता । तब वह किसी और शरीर को ढूंढते हैं जिसका सहारा लेकर वह अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा कर सके । ऊपर कुंडली में कुछ योग दर्शाये गए हैं जो पिशाच योग दर्शाते हैं । पिशाच बाधा के कई और योग भी हैं लेकिन उन सभी को इस पोस्ट में बताना सम्भव नहीं है ।
यह योग कब बनता है ?: जब चन्द्रमा शनि और राहु के साथ एक घर में बैठता है । यह योग और मज़बूत हो जाता है जब ये तीनो लग्न में बैठते हैं ।
एक और स्थिति में भी यह योग बनता है । जब चन्द्र और राहु लग्न में हों और पांचवे और नौंवे घर में पाप ग्रह हो ।
इस योग से क्या होता है ?: जिस जातक की कुंडली में ऐसा होता है वह पिशाच से ग्रस्त रहता है । जब चन्द्र और राहू इकठे किसी घर में बैठते हैं तो वह जातक के दिमाग में उथल पुथल मचाकर रखते हैं और अगर इन दोनों पर शनि की पाप दृष्टि हो तो यह उथल पुथल बढ़ जाती है और जातक अजीब हरकतें कर सकता है जिसे ज्योतिष पिशाच ग्रस्त योग का नाम देती है । पिशाच ऐसे इंसान कि आत्मा को कहते हैं जो अपने मन में कोई इच्छा लिए हुए अकाल मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं और उन्हें अगला शरीर नहीं मिलता । तब वह किसी और शरीर को ढूंढते हैं जिसका सहारा लेकर वह अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा कर सके । ऊपर कुंडली में कुछ योग दर्शाये गए हैं जो पिशाच योग दर्शाते हैं । पिशाच बाधा के कई और योग भी हैं लेकिन उन सभी को इस पोस्ट में बताना सम्भव नहीं है ।
Gaurav Malhotra
How to get rid of this yoga?
ReplyDeleteI will have to see your horoscope, please send me an email at jyotishremedy@gmail.com
Deletehi I have pisacha grasta yogA. please suggest remedy or upaya
ReplyDeleteHi sir .I enter pishacha yogam in july 1 place give solutions
ReplyDeleteThanks for sharing the best information and suggestions, I love your content, and they are very nice and very useful to us. If you are looking for the best transits, then visit Transits Blog. I appreciate the work you have put into this.
ReplyDeleteI have pisachi yoga,are there remedies
ReplyDeleteThanks for writinng this
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