I am going to post yantras of all 9 planets
in a series of post taking one yantra per post. These yantras can be
used to reduce the malefic effects of the corresponding planets. This post is the eighth in the series after Sun Yantra, Moon yantra, Mars Yantra, Mercury Yantra, Jupiter Yantra and Venus Yantra and Saturn Yantra. (Android users who are watching this post through my app (Astro Junction App) on their smartphones, should click on the title of the post above to see the complete post.)
In
this particular post I am going to post the yantra for planet Rahu, the breaker of social boundaries on sex, death and other taboos. Wearing a Rahu yantra gives success in profession, victory over enemies and all round success. This yantra is used when Rahu is malefic and giving its malefic effects such as hidden enemies, wrong or non diagnosis of illness, deceit from those around you etc. This
yantra is a very good replacement of Hessonite, the gemstone of
planet Rahu. Yantras are much more effective than gemstones,
much cheaper than gemstones and do not have any side effects like
gemstones. So, if your Rahu is not giving you desired results, go for Rahu
yantra.
Rahu Yantra |
Things needed:
1) Twig of pomegranate tree; which should be sharpened from one end to give it the shape of a pen.
2) Ashtgandh. It is the mixture of eight things including musk, chandan, saffron etc. It is easily available in shops.
3) Small piece of bhoj patra You will get it easily in a pansaari shop. It is the outer skin of a specific tree.
4) Ganga jal (ganges water), if available. Optional.
5)Talisman enclosure made of copper.
It looks like the one given in the picture below. The enclosure comes
in various shapes like round, square etc. Shape does not matter.
These are all the things that you need. Muhurta: This yantra should be written in shukla paksha (bright half) on Saturday in Saturn Hora or any other auspicious muhurta.
Procedure:
Take pinch of ashtgandh, add few drops of ganges water to it, if
available. If it is not available then add normal water to it. This is
to make the ink so that the above shown yantra can be drawn with this
ink.
After
making the ink, take the pomegranate twig and draw the
yantra
shown above with the ashtgandh ink on a small piece of bhojpatra. After
drawing the
yantra, allow it to dry. Once it is dried, fold the piece of the
bhojpatra
so that it fits inside the talisman enclosure and put it inside the
enclosure and close the enclosure. Your talisman is ready to be worn
now. You can wear it in a black thread around your neck or on
right arm. One should keep reciting the mantra of Rahu while making this
yantra.
Note: The above procedure has been given only for the educational purposes. There are too many intricacies involved in the preparation of the yantras and everything can not be explained in a blog post. Making a Yantra is an art. Readers are requested to get the yantras made only by an experienced person to get the complete benefit.
If you are interested in having the Rahu Yantra which is made by me after following all the procedures, then please email me for the cost and mode of delivery.
मैं अपनी अगली कुछ पोस्ट में नव ग्रहों के यन्त्र देने जा रहा हूँ । अगर नवग्रह आपकी कुंडली में अच्छा प्रभाव नहीं दे रहे हैं तो आप इन यंत्रों का प्रयोग कर सकते हैं । सूर्य यन्त्र, चन्द्र यन्त्र, मंगल यन्त्र, बुध यन्त्र, बृहस्पति यन्त्र, शुक्र यन्त्र, शनि यन्त्र और राहू यन्त्र की पोस्ट के बाद इस पोस्ट में मैं शनि का यन्त्र देने जा रहा हूँ ।
जिनकी कुंडली में राहू क्रूर है और नीच प्रभाव दे रहा है उन्हें इस यन्त्र का प्रयोग करना चाहिए । राहू से हम छुपे हुए दुश्मन, बीमारी का पता न लग पाना, और अपने आस पास वालों से धोखा मिलना इत्यादि बातें देखते हैं । अगर यह सब आपके साथ हो रहा है तो आपको राहु यन्त्र पहनने से फायदा हो सकता है । इस यन्त्र के प्रयोग से कारोबार में सफलता मिलती है, शत्रुओं का दमन होता है और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है । इस यन्त्र का प्रयोग राहू के नकारात्मक प्रभावों पर लगाम लगाता है । यह यन्त्र गोमेद रत्न, जोकि राहू का रत्न है, का बहुत अच्छा विकल्प है । यन्त्र रत्नों से कहीं ज्यादा शक्तिशाली होते हैं, सस्ते होते हैं और रत्नों की तरह इनका कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होता । इसलिए अगर आपकी कुंडली में राहू अच्छा नहीं है तो राहू का यन्त्र प्रयोग में लाएं ।
स्याही
बनाने के बाद अनार की डंडी लीजिये और इसे स्याही में भिगोकर ऊपर दिया हुआ
यन्त्र एक भोजपत्र के टुकड़े पर बनाइये । पूरा यन्त्र बना लेने के बाद इसे
सूखने के लिए रख दीजिये । सूखने के बाद भोजपत्र को मोड़ कर इतना छोटा बना
लीजिये की
यह ताबीज़ के खोल के अन्दर पूरा आ जाए । इसे खोल के अन्दर डाल कर खोल को
बंद कर दीजिये । अब यह ताबीज़ डालने के लिए तैयार है । इसे आप एक काले रंग के धागे में अपने गले में या दायीं बाज़ू पर डाल सकते
हैं । इस
यन्त्र को बनाते हुए राहू का मंत्र लगातार जपते रहना चाहिए ।
Note: The above procedure has been given only for the educational purposes. There are too many intricacies involved in the preparation of the yantras and everything can not be explained in a blog post. Making a Yantra is an art. Readers are requested to get the yantras made only by an experienced person to get the complete benefit.
If you are interested in having the Rahu Yantra which is made by me after following all the procedures, then please email me for the cost and mode of delivery.
मैं अपनी अगली कुछ पोस्ट में नव ग्रहों के यन्त्र देने जा रहा हूँ । अगर नवग्रह आपकी कुंडली में अच्छा प्रभाव नहीं दे रहे हैं तो आप इन यंत्रों का प्रयोग कर सकते हैं । सूर्य यन्त्र, चन्द्र यन्त्र, मंगल यन्त्र, बुध यन्त्र, बृहस्पति यन्त्र, शुक्र यन्त्र, शनि यन्त्र और राहू यन्त्र की पोस्ट के बाद इस पोस्ट में मैं शनि का यन्त्र देने जा रहा हूँ ।
जिनकी कुंडली में राहू क्रूर है और नीच प्रभाव दे रहा है उन्हें इस यन्त्र का प्रयोग करना चाहिए । राहू से हम छुपे हुए दुश्मन, बीमारी का पता न लग पाना, और अपने आस पास वालों से धोखा मिलना इत्यादि बातें देखते हैं । अगर यह सब आपके साथ हो रहा है तो आपको राहु यन्त्र पहनने से फायदा हो सकता है । इस यन्त्र के प्रयोग से कारोबार में सफलता मिलती है, शत्रुओं का दमन होता है और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है । इस यन्त्र का प्रयोग राहू के नकारात्मक प्रभावों पर लगाम लगाता है । यह यन्त्र गोमेद रत्न, जोकि राहू का रत्न है, का बहुत अच्छा विकल्प है । यन्त्र रत्नों से कहीं ज्यादा शक्तिशाली होते हैं, सस्ते होते हैं और रत्नों की तरह इनका कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होता । इसलिए अगर आपकी कुंडली में राहू अच्छा नहीं है तो राहू का यन्त्र प्रयोग में लाएं ।
आवश्यक सामग्री:
1) अनार के पेड़ की एक डंडी (टहनी) जिसके एक सिरे को तीखा करके कलम का आकार दे दिया जाए।
2) अष्टगंध जो की आठ चीज़ों, चन्दन, कस्तूरी, केसर इत्यादि का मिश्रण है । यह आसानी से पंसारी की दुकान में मिल जाता है ।
3) भोजपत्र: ये भी आसानी से पंसारी की दूकान से मिल जाता है ।
4) गंगा जल अगर उपलब्ध हो तो अन्यथा साधारण पानी भी लिया जा सकता है ।
5) ताम्बे का बना हुआ ताबीज़ का खोल। ताबीज़ कई आकार में आते हैं । आप कोई भी आकार का खोल ले सकते हैं ।
आपको यन्त्र बनाने के लिए इन सब सामग्रियों की आवश्यकता है ।
मुहूर्त: इस यन्त्र को आप शुक्ल पक्ष के शनिवार को शनि की होरा में बना सकते हैं । या फिर किसी और शुभ मुहूर्त में भी बना सकते हैं ।
विधि:
चुटकी भर अष्टगंध लें और इसमें गंगा जल या साधारण जल मिला लें । इससे आपकी
स्याही तैयार हो जायेगी जिससे आप ऊपर दिया हुआ यन्त्र बनायेंगे ।
नोट: ऊपर
दी गयी विधि केवल पाठकों की शिक्षा हेतु दी गयी है । यन्त्र बनाने में
बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है और वो सारी बातें एक लेख में नहीं बतायी जा सकती हैं । यन्त्र बनाना एक कला है और पूरा फायदा लेने के लिए यन्त्र किसी अनुभवी व्यक्ति से ही बनवाना चाहिए ।
अगर आप पूरी विधि से मेरे द्वारा बनाया हुआ उपरोक्त राहू यन्त्र मंगवाने में रूचि रखते हैं तो कीमत जानने के लिए मुझे ईमेल करिए ।
Gaurav Malhotra
Gaurav ji
ReplyDeleteNamaste.
Aap ki is blog ki jitni sarahna ki jae wo kam hogi.
Aapne thik bola jyadatar jyotish gemstones pehnne ko advice karte he.
Aapka bahut shukriya ke aap aam logon ke lie itna achha upay bata rahe he. Bhagwan aapko khub unnati aur tarakki de.
Kya aapne jyotish sikhshya li he ?
Aapka ratno ke baare me kya kehna he. Kharab grah ya achha graha kiske lie pehnna chahie ratna?
Bahut bahut dhanyavaad aapki saraahna aur aapki duaaon ke liye.
DeleteRatna bahut achhe hote hain inse faayda bhi hota hai lekin ye mehange hote hain aur kai baar inke side effects bhi hote hain yaani inse thoda bahut nusaan hone ki bhi sambhaavna hoti hai agar galat stone pehne jaayen isliye main yantra aur mantra par jyaada jor deta hoon. Yantra jyaadatar shubh grahon ke pehanane chahiye jo kundli mein shubh gharon ke maalik hain.
Sir
ReplyDeleteGood morning
Plz give the rahu mantra which is to be recited while making rahu yantra.
Om Ram Rahuve Namaha
DeleteGauaravji
ReplyDeleteNaya post kab ayega?
We are eagerly waiting .
Main aaj hi naya post likhne ki koshish karoonga. Main kaafi busy ho jaata hoon beech beech mein isliye naye post likh nahi paata kyonki mujhe bahut saare emails bhi aate hai aur blog comments bhi jinka mujhe jawaab dena hota hai...aapki dhairyata ke liye dhanyavaad
DeleteWhich yantra is advisable to wear during rahu mahadasha and jupiter antardasa where rahu is giving malefic results severely. Kindly advise sir.
ReplyDeleteGauravji
ReplyDeleteHow long does a yantra generally take to start showing desired result or effect?
good morning sir, meri dob 16/7/1980 hain, raat 9.30 ka janm, budhwar chandrapur maharshtra , maine PG kiya hain engineering me phir bhi job nahi mil rahi koi upay batayein.
ReplyDeleteCan we wear this yantra around wrist?
ReplyDeleteGood Afternoon Sir, Can you please guide as to where the Rahu Yantra is to be placed and on which Day?
ReplyDeleteRegards,
Satabdi Mukherjee.
Will this rahu Tantra work?
ReplyDeleteGiruji agar bhojpatra rahu yantra ke saath nagarmotha ja jadi kavach me dala jay to kaisa rahega?
ReplyDeleteSir,I have a question regarding Rahu yantra. Though I know all the intricacies about many kind of yantras, still there is a doubt regarding Rahu yantra. Some books depict it should be drawn in the early morning and others verdict 'should be after sunset.' As it falls in the group of Shanti karma. So I make it early morning. Please clarify my doubts as it haunts me for the sake of my welfare and also for mankind. Pranam
ReplyDeleteSir,I have a question regarding Rahu yantra. Though I know all the intricacies about many kind of yantras, still there is a doubt regarding Rahu yantra. Some books depict it should be drawn in the early morning and others verdict 'should be after sunset.' As it falls in the group of Shanti karma. So I make it early morning. Please clarify my doubts as it haunts me for the sake of my welfare and also for mankind. Pranam
ReplyDeleteSir i want yantra so how much amount i will pay tell me please
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