I am going to post yantras of all 9 planets
in a series of post taking one yantra per post. These yantras can be
used to reduce the malefic effects of the corresponding planets. This post is the third in the series after Sun Yantra and Moon yantra. (Android users who are watching this post through my app (Astro Junction App) on their smartphones, should click on the title of the post above to see the complete post.)
In
this particular post I am going to post the yantra for planet Mars.
This yantra is particularly used when Mars is malefic or one is of rash temperament. The use of this talisman helps the wearer overcome enemies. Mars causes accidents, injuries, enmity, loans, litigation, too much aggression etc. The yantra helps in removing these bad effects. This yantra is a very good replacement of Red Coral, the gemstone of
planet Mars. Yantras are much more effective than gemstones,
much cheaper than gemstones and do not have any side effects like
gemstones. So, if your Mars is not giving you desired results, go for Mars
yantra.
Mars Yantra |
Things needed:
1) Twig of pomegranate tree; which should be sharpened from one end to give it the shape of a pen.
2) Ashtgandh. It is the mixture of eight things including musk, chandan, saffron etc. It is easily available in shops.
3) Small piece of bhoj patra You will get it easily in a pansaari shop. It is the outer skin of a specific tree.
4) Ganga jal (ganges water), if available. Optional.
5)Talisman enclosure made of copper.
It looks like the one given in the picture below. The enclosure comes
in various shapes like round, square etc. Shape does not matter.
These are all the things that you need. Muhurta: This yantra should be written in shukla paksha (bright half) on Tuesday in Mars Hora or any other auspicious muhurta.
Procedure:
Take pinch of ashtgandh, add few drops of ganges water to it, if
available. If it is not available then add normal water to it. This is
to make the ink so that the above shown yantra can be drawn with this
ink.
After
making the ink, take the pomegranate twig and draw the
yantra
shown above with the ashtgandh ink on a small piece of bhojpatra. After
drawing the
yantra, allow it to dry. Once it is dried, fold the piece of the
bhojpatra
so that it fits inside the talisman enclosure and put it inside the
enclosure and close the enclosure. Your talisman is ready to be worn
now. You can wear it in a red thread around your neck or on
right arm. One should keep reciting the mantra of Mars while making this
yantra.
Note: The above procedure has been given only for the educational purposes. There are too many intricacies involved in the preparation of the yantras and everything can not be explained in a blog post. Yantra creation is an art. Readers are requested to get the yantras made only by an experienced person to get the complete benefit.
If you are interested in having the Mars Yantra which is made by me after following all the procedures, then please email me for the cost and mode of delivery.
मैं अपनी अगली कुछ पोस्ट में नव ग्रहों के यन्त्र देने जा रहा हूँ । अगर नवग्रह आपकी कुंडली में अच्छा प्रभाव नहीं दे रहे हैं तो आप इन यंत्रों का प्रयोग कर सकते हैं । सूर्य यन्त्र और चन्द्र यन्त्र की पोस्ट के बाद इस पोस्ट में मैं मंगल का यन्त्र देने जा रहा हूँ ।
जिनकी कुंडली में मंगल क्रूर है और नीच प्रभाव दे रहा है उन्हें इस यन्त्र का प्रयोग करना चाहिए । जिन्हे बहुत गुस्सा आता है और जिनका स्वभाव काफी गर्म है उन्हें इसका प्रयोग करना चाहिए । इस यन्त्र के प्रयोग से शत्रुओं पर विजय पाने में मदद मिलती है । इस यन्त्र का प्रयोग मंगल के नकारात्मक प्रभावों पर लगाम लगाता है । मंगल के नकारात्मक प्रभाव कई हैं जैसे दुर्घटना, चोट लगना, दुश्मनी, अदालती झगडे, कर्ज़े इत्यादि । यह यन्त्र मूंगा रत्न, जोकि मंगल का रत्न है, का बहुत अच्छा विकल्प है । यन्त्र रत्नों से कहीं ज्यादा शक्तिशाली होते हैं, सस्ते होते हैं और रत्नों की तरह इनका कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होता । इसलिए अगर आपकी कुंडली में मंगल अच्छा नहीं है तो मंगल का यन्त्र प्रयोग में लाएं ।
स्याही
बनाने के बाद अनार की डंडी लीजिये और इसे स्याही में भिगोकर ऊपर दिया हुआ
यन्त्र एक भोजपत्र के टुकड़े पर बनाइये । पूरा यन्त्र बना लेने के बाद इसे
सूखने के लिए रख दीजिये । सूखने के बाद भोजपत्र को मोड़ कर इतना छोटा बना
लीजिये की
यह ताबीज़ के खोल के अन्दर पूरा आ जाए । इसे खोल के अन्दर डाल कर खोल को
बंद कर दीजिये । अब यह ताबीज़ डालने के लिए तैयार है । इसे आप एक लाल रंग
के धागे में अपने गले में या दायीं बाज़ू पर डाल सकते
हैं । इस
यन्त्र को बनाते हुए मंगल का मंत्र लगातार जपते रहना चाहिए ।
नोट: ऊपर दी गयी विधि केवल पाठकों की शिक्षा हेतु दी गयी है । यन्त्र बनाने में बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है और वो सारी बातें एक लेख में नहीं बतायी जा सकती हैं । यन्त्र बनाना एक कला है और पूरा फायदा लेने के लिए यन्त्र किसी अनुभवी व्यक्ति से ही बनवाना चाहिए ।
Note: The above procedure has been given only for the educational purposes. There are too many intricacies involved in the preparation of the yantras and everything can not be explained in a blog post. Yantra creation is an art. Readers are requested to get the yantras made only by an experienced person to get the complete benefit.
If you are interested in having the Mars Yantra which is made by me after following all the procedures, then please email me for the cost and mode of delivery.
मैं अपनी अगली कुछ पोस्ट में नव ग्रहों के यन्त्र देने जा रहा हूँ । अगर नवग्रह आपकी कुंडली में अच्छा प्रभाव नहीं दे रहे हैं तो आप इन यंत्रों का प्रयोग कर सकते हैं । सूर्य यन्त्र और चन्द्र यन्त्र की पोस्ट के बाद इस पोस्ट में मैं मंगल का यन्त्र देने जा रहा हूँ ।
जिनकी कुंडली में मंगल क्रूर है और नीच प्रभाव दे रहा है उन्हें इस यन्त्र का प्रयोग करना चाहिए । जिन्हे बहुत गुस्सा आता है और जिनका स्वभाव काफी गर्म है उन्हें इसका प्रयोग करना चाहिए । इस यन्त्र के प्रयोग से शत्रुओं पर विजय पाने में मदद मिलती है । इस यन्त्र का प्रयोग मंगल के नकारात्मक प्रभावों पर लगाम लगाता है । मंगल के नकारात्मक प्रभाव कई हैं जैसे दुर्घटना, चोट लगना, दुश्मनी, अदालती झगडे, कर्ज़े इत्यादि । यह यन्त्र मूंगा रत्न, जोकि मंगल का रत्न है, का बहुत अच्छा विकल्प है । यन्त्र रत्नों से कहीं ज्यादा शक्तिशाली होते हैं, सस्ते होते हैं और रत्नों की तरह इनका कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होता । इसलिए अगर आपकी कुंडली में मंगल अच्छा नहीं है तो मंगल का यन्त्र प्रयोग में लाएं ।
आवश्यक सामग्री:
1) अनार के पेड़ की एक डंडी (टहनी) जिसके एक सिरे को तीखा करके कलम का आकार दे दिया जाए।
2) अष्टगंध जो की आठ चीज़ों, चन्दन, कस्तूरी, केसर इत्यादि का मिश्रण है । यह आसानी से पंसारी की दुकान में मिल जाता है ।
3) भोजपत्र: ये भी आसानी से पंसारी की दूकान से मिल जाता है ।
4) गंगा जल अगर उपलब्ध हो तो अन्यथा साधारण पानी भी लिया जा सकता है ।
5) ताम्बे का बना हुआ ताबीज़ का खोल। ताबीज़ कई आकार में आते हैं । आप कोई भी आकार का खोल ले सकते हैं ।
आपको यन्त्र बनाने के लिए इन सब सामग्रियों की आवश्यकता है ।
मुहूर्त: इस यन्त्र को आप शुक्ल पक्ष के मंगलवार को मंगल की होरा में बना सकते हैं । या फिर किसी और शुभ मुहूर्त में भी बना सकते हैं ।
विधि:
चुटकी भर अष्टगंध लें और इसमें गंगा जल या साधारण जल मिला लें । इससे आपकी
स्याही तैयार हो जायेगी जिससे आप ऊपर दिया हुआ यन्त्र बनायेंगे ।
नोट: ऊपर दी गयी विधि केवल पाठकों की शिक्षा हेतु दी गयी है । यन्त्र बनाने में बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है और वो सारी बातें एक लेख में नहीं बतायी जा सकती हैं । यन्त्र बनाना एक कला है और पूरा फायदा लेने के लिए यन्त्र किसी अनुभवी व्यक्ति से ही बनवाना चाहिए ।
अगर आप पूरी विधि से मेरे द्वारा बनाया हुआ उपरोक्त मंगल यन्त्र मंगवाने में रूचि रखते हैं तो कीमत जानने के लिए मुझे ईमेल करिए ।
Gaurav Malhotra
namaste
ReplyDeleteGaurav ji hame kaise pata chalega ki hamara kaun sa grah kharab hai aur hame yeh yantra pehnna chaiye
Deepa Ji
DeleteExact to horoscope se hi pata chalega lekin agar baar baar injuries ho rahi hain, accidents ho rahe hain, court cases ho rahe hain log dushmani kar rahe hain to ye mangal ki vajah se ho sakt ahai tab yantra daalne se faayeda hota hai
Guruji
ReplyDeletePranam
Mangal mantra kya he. Agar is yantra post me mantra bhi sath mil jaye to badi meherbani.
Aap neeche diye hue mantron mein se koi bhi use kar sakte hain
Delete1) Om Kam Kujaaye Namaha
2)Om Kraam Kreem Kraum Sah Kujaaye Namaha
i am wearing red coral (triangle) from last 4 years, it is 2-3 carat in gold. but i think it;s power is gone (less), there is any mantra or pooja to re-charge it?
ReplyDeleteThere is any difference in triangle and oval coral as per effect? Should i wear it on hand only or pendent is also ok?
Please refer the post
Deletehttp://www.theastrojunction.com/2013/02/procedure-to-wear-gemstone-ratna.html
Pls let me know the price of the Mars and Brihaspati (Guru) yantras.
ReplyDeletePlease send me an email at jyotishremedy@gmail.com
DeleteThis article is an appealing wealth of informative data that is interesting and well-written. I commend your hard work on this and thank you for this information. You’ve got what it takes to get attention. why is mars red
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